Considerations To Know About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
हमें देख शीतल हो जाए सत्य नाम आदेश गुरु की सत गुरु सैट कबीर
सफलता: वशीकरण मंत्र आपको सफलता की ओर आग्रह करने में मदद कर सकता है। यह आपकी सोच, सामर्थ्य, और विश्वास को सुधारकर आपको अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद कर सकता है। यदि आप अपने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो वशीकरण मंत्र आपकी मदद कर सकता हैवशीकरण मंत्रों के प्रकार
हाँ, वशीकरण मंत्र का उपयोग व्यापार में सफलता के लिए किया जा सकता है। इन मंत्रों का उच्चारण करके आप व्यापार में उच्चतम सफलता की प्राप्ति के लिए अपनी इच्छा को प्रेरित कर सकते हैं। यह आपको व्यापारिक निर्णयों में सहायता प्रदान कर सकता है और आपके व्यापार को अग्रणी बनाने में मदद कर सकता है।
हाँ, वशीकरण मंत्रों का उपयोग प्रेम सम्बन्धों में सहायक हो सकता है। इन मंत्रों का उच्चारण करके आप अपने प्रेमी या प्रेमिका के मन को प्रभावित कर सकते हैं और उनके प्रति आकर्षण बढ़ा सकते हैं। यह प्रेम सम्बन्धों को मजबूत और स्थिर बनाने में सहायता कर सकता है।
ॐ भगवती भग भागदायिनी ‘देवदत्ती’ मम मोहय कुरु कुरु स्वाहा।
मिलने के लिए कोशिश करे की शुक्रवार या फिर पूर्णिमा का दिन हो क्यों की इसे प्यार का देवता माना जाता है.
वशीकरण यंत्र उन लोगो के लिए है जो खुद को पूरी तरह एकाग्र नहीं कर पाते है.
हालाँकि मोहिनी मंत्र वशीकरण साधना कोई स्थायी साधना नहीं है क्यों की वशीकरण की तरह इसमें हम अपने आकर्षण को बढाते है जिसकी वजह से सामने वाला मोहित होता है.
इस तिलक के प्रभाव से सामने वाला जब तक आपके सामने है तब तक वो आपके आकर्षण में रहता read more है.
त्रीं त्रीं त्रीं हूं, हूं स्त्रीं स्त्रीं कामाख्ये प्रसीद स्त्रीं हूं हूं त्रीं त्रीं त्रीं स्वाहा
(अमुक अमुका मतलब स्त्री या पुरुष का नाम)
ॐ नमो भगवते रुक्मिणीवल्लभाय आकर्षण कुरु कुरु स्वाहा॥
मोहन मंत्र वह मंत्र है जिसका उपयोग किसी व्यक्ति /समुदाय को अपने प्रति आकर्षित करने या प्रभावित करने के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग इंटरव्यू आदि में किया जाता है। इस मंत्र का प्रभाव साधक जब तक सामने रहता है तब तक ही होता है।
विधि: किसी भी सोमवार को, चार लौंग को पान के पत्ते में लपेटकर अपने मुँह में रखें। इसके बाद, किसी नदी या सरोवर में स्नान करते हुए डुबकी लगाएँ। डुबकी के दौरान, इस मंत्र का इक्कीस बार जाप करें। फिर पानी से बाहर निकलकर मुँह में रखी हुई लौंग को निकालें और उसे धूप दिखाएं। यह लौंग जिसे भी खिला दी जाएगी, वह व्यक्ति साधक के प्रभाव में आ जाएगा।